Mahakumbh News: बेटी और उसकी बिहार की विधवा मां प्रयागराज पहुंची। दोनों बेटे विदेश में हैं। महाकुंभ भगदड़ में मां की मौत हो गई। जानिए आपबीती...
जब मां ने कहा कि वह मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में अमृत स्नान करना चाहती है, तो बेटी ने कहा कि उसकी इच्छा पूरी होगी। संगीता कुमारी अपनी मां के साथ बिहार के गोपालगंज से प्रयागराज पहुंची। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान की योजना बुधवार सुबह शुरू हुई। मंगलवार शाम करीब दो बजे संगम नोज पर भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई। कई लोग घायल हो गए। इस आपदा में संगीता की मां शिवकली देवी की भी मौत हो गई। शिवकली देवी का पार्थिव शरीर अब उनके गांव आएगा, लेकिन संगीता कुमारी अपनी मां को उनकी इच्छा पूरी करने के लिए महाकुंभ लेकर पहुंची थीं। गांव में मातम पसरा है।
विधवा मां अपनी बेटी को कुंभ स्नान के लिए लेकर आई थी, जबकि उसके बेटे विदेश में रहते हैं।
Mahakumbh News: विधवा मां और उसके दोनों बेटों की विदेश में मौत, बेटी उसे बिहार से प्रयागराज लेकर आई थी।https://t.co/JIn7Q5kwfQ pic.twitter.com/iMFpGuO864
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गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के स्वर्गीय तारकेश्वर सिंह की पत्नी 65 वर्षीय शिवकली देवी प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में मर गईं। शिवकली देवी के पति का निधन हुए करीब नौ साल बीत चुके हैं। उनके दो बेटे विदेश में रहते हैं। वह और उनकी बेटी कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गई थीं। लेकिन, मंगलवार रात भगदड़ में उनकी जान चली गई।
Mahakumbh News: बेटी ने बताया कि कैसे हादसे ने उनकी मां की जान ले ली।
Mahakumbh News: प्रयागराज की संगीता के मुताबिक, उनके पिता का नौ साल पहले निधन हो गया था। दोनों भाई विदेश में रहते हैं। उन्होंने धार्मिक, दान-पुण्य और स्नान के उद्देश्य से अपनी मां को महाकुंभ में लाने का विचार किया। वह और उनकी मां वहां पहुंचीं। शाम के करीब डेढ़ बजे जब वह स्नान करने के लिए संगम घाट पहुंचीं, तो वहां भीड़ उमड़ पड़ी थी। साधुओं का काफिला गुजरने के कारण भीड़ अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई। भगदड़ में उसकी मां की मौत हो गई।
पोती ने दादी के निधन की खबर साझा की।
शिवकली देवी की पोती उनके साथ प्रयागराज गई थी। लड़की के अनुसार, वह अपनी दादी और मां के साथ मौजूद थी। अचानक धक्का-मुक्की के कारण कई लोग गिर गए। भीड़ बेकाबू हो गई और हम फंस गए। इससे निकलने का कोई रास्ता नहीं था। हर जगह धक्का-मुक्की हो रही थी। थोड़ी देर बाद हमें पता चला कि दादी का निधन हो गया है।