Fake E-Challan: इन दिनों उपभोक्ताओं को झूठे इलेक्ट्रॉनिक चैलेंज भेजने के लिए धोखा देने वाले संदेश भेजे जा रहे हैं। यह एक यूआरएल के साथ आता है जिसका इस्तेमाल फोन पर दुर्भावनापूर्ण प्रोग्राम इंस्टॉल करने के लिए किया जा सकता है। इसके बाद यूजर साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।
Fake E-Challan: चेतावनी: साइबर अपराध का एक नया तरीका बाजार में आया है। वह ई-चालान असली नहीं है। साइबर अपराधी कारों का डर दिखाकर पीड़ितों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। क्लाउडसेक द्वारा जारी एक रिपोर्ट के जरिए लोगों को इस बारे में जागरूक किया गया है।
साइबरसिक्योरिटी फर्म की रिपोर्ट
साइबरसिक्योरिटी कंपनी क्लाउडसेक ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि वियतनामी साइबर अपराध भारतीय उपयोगकर्ताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनके ई-चालान स्पूफ मेल का उद्देश्य भारतीय लोगों को अपने नेटवर्क में फंसाना और उनसे चोरी करना है।
Fake E-Challan: Before clicking the link, read this news if you receive an e-challan on your phone 2024. https://t.co/YBXi2KIS9d pic.twitter.com/BYV4ppSgJC
— 🤝Oysis Digital Shop 🪴 (@horo_oysis) July 22, 2024
दुर्भावनापूर्ण ऐप इंस्टॉल करना
इन ई-चालान संदेशों में एक लिंक शामिल होता है। जब उपभोक्ता इस पर क्लिक करता है, तो उसके फोन पर एक दुर्भावनापूर्ण ऐप इंस्टॉल हो जाता है। इसके बाद, एप्लिकेशन काम करना शुरू कर देता है और शुरू में अनुमति मांगता है। इसके बाद यह मैसेज, कॉल और अन्य डेटा एक्सेस कर सकता है।
यह इस तरह से फोन पर प्राप्त ओटीपी को चुरा लेता है।
सबसे पहले, फोन पर कॉल और टेक्स्ट को इस व्रोम्बा फैमिली वायरस द्वारा एक्सेस किया जाता है। वन-टाइम पासवर्ड और अन्य निजी संचार को इसके द्वारा इंटरसेप्ट किया जाता है, जिससे हैकर्स पीड़ित के बैंक खाते की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और पैसे चुरा सकते हैं। इस वायरस से 4,500 से अधिक मशीनें प्रभावित हुई हैं।